एक गाँव में एक महिला, तालाब पर पानी भरने गई। उसका पति भी स्नान और कपड़े धोने के उद्देश्य से उसके साथ था। गाँव का बुजर्ग सरपंच भी वहाँ था।
पानी भरती हुई महिला का पैर फिसला और वह तालाब में जा गिरी। हाथ पैर पटकने से वह किनारे से दूर हो गई। सरपंच ने उसके पति को हांक लगायी- " अरे बचाओ उसे।" पति ने लाचारी व्यक्त की, उसे तैरना नहीं आता था। तैरना तो सरपंच भी नहीं जानता था। अब क्या हो, किन्तु सहसा सरपंच को उपाय सूझा, तालाब में भैसें तैर रही थी। सरपंच ने उसके पति से कहा, "अपनी पत्नी को हांक लगाओ कि, 'भैस की पूँछ पकड़ ले' वह डूबने से बच जाएगी और भैस के साथ बाहर भी निकल आएगी।" उसके पति ने आवाज लगाई, "भैंस की पूँछ मत पकड़ना" सरपंच ने कुपित नज़रों से उसे देखा किन्तु तब तक महिला भैंस की पूँछ पकड़ चुकी थी।
सरपंच चिल्लाया, "भैंस की पूँछ छोड़ना मत" उसके पति ने सरपंच को चुप रहने का ईशारा करते हुए पत्नी को आवाज दी, "भैंस की पूँछ मत पकड़े रखना" और सरपंच की ओर मुखातिब हो धीरे से कहा, "वह मेरी पत्नी है, उसे मैं अच्छी तरह से जानता हूँ, बड़ी तुनकमिजाजी है।आदेश तो किसी भी दशा में उसे मंजूर नहीं, जो बोलो उसके उलट ही व्यवहार करेगी"
उधर, देखते ही देखते उसकी पत्नी भैंस के साथ सकुशल बाहर आ गई।
सरपंच आवाक देखता ही रह गया!!
पानी भरती हुई महिला का पैर फिसला और वह तालाब में जा गिरी। हाथ पैर पटकने से वह किनारे से दूर हो गई। सरपंच ने उसके पति को हांक लगायी- " अरे बचाओ उसे।" पति ने लाचारी व्यक्त की, उसे तैरना नहीं आता था। तैरना तो सरपंच भी नहीं जानता था। अब क्या हो, किन्तु सहसा सरपंच को उपाय सूझा, तालाब में भैसें तैर रही थी। सरपंच ने उसके पति से कहा, "अपनी पत्नी को हांक लगाओ कि, 'भैस की पूँछ पकड़ ले' वह डूबने से बच जाएगी और भैस के साथ बाहर भी निकल आएगी।" उसके पति ने आवाज लगाई, "भैंस की पूँछ मत पकड़ना" सरपंच ने कुपित नज़रों से उसे देखा किन्तु तब तक महिला भैंस की पूँछ पकड़ चुकी थी।
सरपंच चिल्लाया, "भैंस की पूँछ छोड़ना मत" उसके पति ने सरपंच को चुप रहने का ईशारा करते हुए पत्नी को आवाज दी, "भैंस की पूँछ मत पकड़े रखना" और सरपंच की ओर मुखातिब हो धीरे से कहा, "वह मेरी पत्नी है, उसे मैं अच्छी तरह से जानता हूँ, बड़ी तुनकमिजाजी है।आदेश तो किसी भी दशा में उसे मंजूर नहीं, जो बोलो उसके उलट ही व्यवहार करेगी"
उधर, देखते ही देखते उसकी पत्नी भैंस के साथ सकुशल बाहर आ गई।
सरपंच आवाक देखता ही रह गया!!
nice post.laughed after reading it. if someone is interested in spirituality visit http://www.kalyanpuja.com
जवाब देंहटाएंसबकी अपनी-अपनी समझ
जवाब देंहटाएं.. बहुत अच्छा द्रष्टान्त ..
आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं
बहुत बहुत आभार!!, कविता जी
हटाएंबहुत बहुत आभार!!, कविता जी
हटाएंवाह...
जवाब देंहटाएंक्या ऐसी ही होती हैं पत्नियाँ
सादर
आभार
हटाएंआपको नववर्ष की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ,
जवाब देंहटाएंहिन्दी ब्लॉगिंग में आपका लेखन अपने चिन्ह छोड़ने में कामयाब है , आप लिख रहे हैं क्योंकि आपके पास भावनाएं और मजबूत अभिव्यक्ति है , इस आत्म अभिव्यक्ति से जो संतुष्टि मिलेगी वह सैकड़ों तालियों से अधिक होगी !
मानते हैं न ?
मंगलकामनाएं आपको !
#हिन्दी_ब्लॉगिंग
आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंWonderful post. i am so impressed your post. your story unique and wonderful > is hare this story with my friend . He is working in Car towing service company. H is so impressed to your post.
जवाब देंहटाएंआपको जन्मदिन की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ..
जवाब देंहटाएंअद्भुत लेख!
Hindi Panda
Very good write-up. I certainly love this website. Thanks!
जवाब देंहटाएंhinditech
hinditechguru
computer duniya
make money online
hindi tech guru
Thanks For Sharing The Amazing content. I Will also share with my
जवाब देंहटाएंfriends. Great Content thanks a lot.
wish from tamilnadu
आप यहाँ बकाया दिशा-निर्देश दे रहे हैं। मैंने इस क्षेत्र के बारे में एक खोज की और पहचाना कि बहुत संभावना है कि बहुमत आपके वेब पेज से सहमत होगा।
जवाब देंहटाएंvery nice and effort
जवाब देंहटाएंachi jankari hai
जवाब देंहटाएंvery nice and effort
bhut hi badiya post likhi hai aapne. Ankit Badigar Ki Traf se Dhanyvad.
जवाब देंहटाएं