- जैसे फ़ल लगने पर वृक्ष नम्र हो जाते है,जल से भरे मेघ भूमि की ओर झुक जाते है, उसी प्रकार सत्पुरुष समृद्धि पाकर नम्र हो जाते है, परोपकारियों का स्वभाव ही ऐसा होता है।
__________________________________________________
हंस राज जी... एक बहुत पुराना शेर है, जो बिल्कुल आपकी बात को बल देता हैः आप से झुक के जो मिलता होगा, उसका क़द आपसे ऊँचा होगा. कोई भी झुकने से छोटा नहीं होता, यह उसके बड़प्पन की निशानी है!! आपको तथा आपके परिवार को दशहरे की शुभकामनाएँ!!!
हंस राज जी... एक बहुत पुराना शेर है, जो बिल्कुल आपकी बात को बल देता हैः
जवाब देंहटाएंआप से झुक के जो मिलता होगा,
उसका क़द आपसे ऊँचा होगा.
कोई भी झुकने से छोटा नहीं होता, यह उसके बड़प्पन की निशानी है!! आपको तथा आपके परिवार को दशहरे की शुभकामनाएँ!!!
सत्य वचन ,
जवाब देंहटाएंदशहरा की आप और आप के परिवार को मेरी ओर से हार्दिक शुभ कामनाये
विजय दशमी पर हार्दिक शुभकामनाये, समय पर एक अच्छा सुभाषित.
जवाब देंहटाएंसत्य वचन ....
जवाब देंहटाएं