27 नवंबर 2010

ऐसा न करो, मित्र………न करो!!


  • कलह बढे ऐसे वचन न कहो
  • सिरदर्द करे ऐसा पठन न करो
  • क्रूरता बढे ऐसा चिंतन न करो
  • अपकीर्ती हो ऐसा वर्तन न करो
  • वासना बढे ऐसा मनन न करो
  • पेटदर्द हो ऐसा भोजन न करो
_____________________________________________

35 टिप्‍पणियां:

  1. bahut achha jeevan me utarane wali sadupyogi bate

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर वचन...
    परन्तु पठान से हमेशा ही सर दर्द होता था...

    जवाब देंहटाएं
  3. जानबूझ कर मुसीबत कौन मोल लेता है?
    नीर-क्षीर विवेक पैदा हो यह प्रार्थना है प्रभु से!

    जवाब देंहटाएं
  4. कलह बढे ऐसे वचन न कहो



    कोई काम ही ऐसा करे तो बोलना ही पड़ता है

    वरना कौन ये करना चाहता है |

    जवाब देंहटाएं
  5. सुन्दर विचार प्रस्तुति...

    जवाब देंहटाएं
  6. लगे हाथ ये बताएं ...... कि क्या क्या करना चाहिए.

    जवाब देंहटाएं
  7. दीपक जी,

    इस पोस्ट में उल्लेख है:
    http://shrut-sugya.blogspot.com/2010/07/blog-post_2858.html

    जवाब देंहटाएं
  8. पूजा जी,
    @परन्तु पठान से हमेशा ही सर दर्द होता था...

    यह पठान कौन है? :) क्यों उसका लेखन पढती हैं आप? छोडो
    यदि आपका तात्पर्य पठन है, तो ऐसा पठन न करें :)

    जवाब देंहटाएं
  9. सम्वेदना बंधु,

    @जानबूझ कर मुसीबत कौन मोल लेता है?

    मनुष्य जान बुझ ही तो नहिं पाता।

    जवाब देंहटाएं
  10. अंशुमाला जी,

    @कोई काम ही ऐसा करे तो बोलना ही पड़ता है

    :)
    संयम, सहनशीलता और समता का पाठ भी तो हम लोग पढते है।
    और यह तुक काम भी तो करता है।:)

    जवाब देंहटाएं
  11. भारतीय नागरिक जी
    वन्दना जी
    संगीता स्वरुप जी दीदी
    आलोक मोहन जी
    दीपक सैनी जी
    डॉ॰ मोनिका शर्मा जी
    अरविन्द जांगिड जी
    संजय भास्कर जी
    महेन्द्र मिश्र जी
    और शाहनवाज़ साहब

    सराहना के लिये आपका विनित आभार!!

    जवाब देंहटाएं
  12. सत्य वचन. मगर अंतिम वाली पेटदर्द हो ऐसा भोजन न करो...... वो वाली अक्सर मैं भूल जाती हूँ.

    जवाब देंहटाएं
  13. hnsraaj bhayai bhut khub sikh de rhe ho ishvr kre yeh sb baten hr insaan ke vyvhar men aayen or desh men sudhar aa jaaye. akhtar khan akela kota rajsthan

    जवाब देंहटाएं
  14. वन्दना!!!जी,

    आभार, आपका पधारना हुआ।

    रसना बडी चंचल है और स्वार्थी भी,रस का आनंद लेती है,पर लीवर का नहिं सोचती।:)

    जवाब देंहटाएं
  15. अख्तर जी,

    गुणों का यह गुण है कि बार बार मनन हो तो अन्तर में उतरता ही है।

    जवाब देंहटाएं
  16. दिल की डायरी में नोट करने योग्य.

    जवाब देंहटाएं
  17. अंजना जी,
    सुशील जी,
    वाणी जी,
    और समीर जी,

    आभार, इस सुक्त सराहना के लिये

    जवाब देंहटाएं
  18. इस सलाह का पूरा पालन करने की कोशिश की जायेगी !

    जवाब देंहटाएं
  19. मैं बंटी चोर जूठन चाटने वाला कुत्ता हूं। यह कुत्ता आप सबसे माफ़ी मंगता है कि मैने आप सबको परेशान किया। जाट पहेली बंद करवा के मुझे बहुत ग्लानि हुई है। मेरी योजना सब पहेलियों को बंद करवा कर अपनी पहेली चाल्लू करना था।

    मैं कुछ घंटे में ही अपना अगला पोस्ट लिख रहा हू कि मेरे कितने ब्लाग हैं? और कौन कौन से हैं? मैं अपने सब ब्लागों का नाम यू.आर.एल. सहित आप लोगों के सामने बता दूंगा कि मैं किस किस नाम से टिप्पणी करता हूं।

    मैं अपने किये के लिये शर्मिंदा हूं और आईंदा के लिये कसम खाता हूं कि चोरी नही करूंगा और इस ब्लाग पर अपनी सब करतूतों का सिलसिलेवार खुद ही पर्दाफ़ास करूंगा। मुझे जो भी सजा आप देंगे वो मंजूर है।

    आप सबका अपराधी

    बंटी चोर (जूठन चाटने वाला कुत्ता)

    जवाब देंहटाएं
  20. मैं बंटी चोर जूठन चाटने वाला कुत्ता हूं। यह कुत्ता आप सबसे माफ़ी मंगता है कि मैने आप सबको परेशान किया। जाट पहेली बंद करवा के मुझे बहुत ग्लानि हुई है। मेरी योजना सब पहेलियों को बंद करवा कर अपनी पहेली चाल्लू करना था।

    मैं कुछ घंटे में ही अपना अगला पोस्ट लिख रहा हू कि मेरे कितने ब्लाग हैं? और कौन कौन से हैं? मैं अपने सब ब्लागों का नाम यू.आर.एल. सहित आप लोगों के सामने बता दूंगा कि मैं किस किस नाम से टिप्पणी करता हूं।

    मैं अपने किये के लिये शर्मिंदा हूं और आईंदा के लिये कसम खाता हूं कि चोरी नही करूंगा और इस ब्लाग पर अपनी सब करतूतों का सिलसिलेवार खुद ही पर्दाफ़ास करूंगा। मुझे जो भी सजा आप देंगे वो मंजूर है।

    आप सबका अपराधी

    बंटी चोर (जूठन चाटने वाला कुत्ता)

    जवाब देंहटाएं
  21. मैं बंटी चोर जूठन चाटने वाला कुत्ता हूं। यह कुत्ता आप सबसे माफ़ी मंगता है कि मैने आप सबको परेशान किया। जाट पहेली बंद करवा के मुझे बहुत ग्लानि हुई है। मेरी योजना सब पहेलियों को बंद करवा कर अपनी पहेली चाल्लू करना था।

    मैं कुछ घंटे में ही अपना अगला पोस्ट लिख रहा हू कि मेरे कितने ब्लाग हैं? और कौन कौन से हैं? मैं अपने सब ब्लागों का नाम यू.आर.एल. सहित आप लोगों के सामने बता दूंगा कि मैं किस किस नाम से टिप्पणी करता हूं।

    मैं अपने किये के लिये शर्मिंदा हूं और आईंदा के लिये कसम खाता हूं कि चोरी नही करूंगा और इस ब्लाग पर अपनी सब करतूतों का सिलसिलेवार खुद ही पर्दाफ़ास करूंगा। मुझे जो भी सजा आप देंगे वो मंजूर है।

    आप सबका अपराधी

    बंटी चोर (जूठन चाटने वाला कुत्ता)

    जवाब देंहटाएं
  22. अति सुंदर वचन !
    हार्दिक शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं

LinkWithin

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...