विज्ञ बनो, अनभिज्ञ नहीं..
वीर बनो, क्रूर नहीं!
दृढ़ बनो, हठी नहीं!
खरे बनो, खारे नहीं!
भले बनो, भोले नहीं!
धीर बनो, सुस्त नहीं!
प्रेमी बनो, पागल नहीं!
गम्भीर बनो, गूंगे नहीं!
चुस्त बनो, अधीर नहीं!
न्यायी बनो, निर्दयी नहीं!
सावधान बनो, संदेही नहीं!
विवेकी बनो, मायावी नहीं!
स्वाधीन बनो, स्वछंद नहीं!
निरपेक्ष बनो, उदासीन नहीं!
मितव्ययी बनो, कंजूस नहीं!
वितराग बनो, अकर्मण्य नहीं!
समालोचक बनो, निंदक नहीं!
आस्थावान बनो, अंधभक्त नहीं!
ति सुंदर विचार जी धन्यवाद
जवाब देंहटाएंअति भुल सुधार
जवाब देंहटाएंप्रेरणादायी पंक्तियाँ ।
जवाब देंहटाएंआभार।
नववर्ष-2011 की हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंअच्छा इन्सान बनने के सभी मंत्र एक ही कविता में मौजूद हैं.
जवाब देंहटाएंबस लोग इनका पालन करें.
बढ़िया सीख दी आपने साभार !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया सन्देश देती रचना ...खूबसूरत प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की शुभकामनाएं
बढ़िया चिंतन सुज्ञ जी | नए साल की बधाई |
जवाब देंहटाएंसुन्दर एवं सार्थक संदेश दिये हैं आपने इस प्रस्तुति में ..।
जवाब देंहटाएंनये साल की बधाई के साथ शुभकामनायें ।
बढ़िया सन्देश देती रचना ।
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें।
आदरणीय ब्लागमित्र
जवाब देंहटाएंनमस्कार और नये साल की शुभकामनाऐं
अच्छी पोस्ट है...
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...
बातें तो आपने बहुत ही अच्छी-अच्छी लिखी हैं। अगर इनकों जीवन में उतार लिया जाए तो सारी समस्याएँ ही खंत्म हो जाएँ।
जवाब देंहटाएंइस साल आप जैसे कुछ और ब्लॉगर्स को पढ़ने और जानने का मौक़ा मिला। ये मेरे लिए एक उपलब्धि रही।
इसीलिए आपको नये वर्ष के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है।
सर्वस्तरतु दुर्गाणि सर्वो भद्राणि पश्यतु।
जवाब देंहटाएंसर्वः कामानवाप्नोतु सर्वः सर्वत्र नन्दतु॥
सब लोग कठिनाइयों को पार करें। सब लोग कल्याण को देखें। सब लोग अपनी इच्छित वस्तुओं को प्राप्त करें। सब लोग सर्वत्र आनन्दित हों
सर्वSपि सुखिनः संतु सर्वे संतु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यंतु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्॥
सभी सुखी हों। सब नीरोग हों। सब मंगलों का दर्शन करें। कोई भी दुखी न हो।
बहुत अच्छी प्रस्तुति। नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं!
सदाचार - मंगलकामना!
प्रेरणादायी पंक्तियाँ ।
जवाब देंहटाएंआपको नव वर्ष की हृार्दिक शुभकामनाये
आपकी यह प्रेरणा हमारा सम्बल बने यही हमारी चेष्टा होगी... नववर्ष की मगल कामनाओं सहित..
जवाब देंहटाएंसलिल
चैतन्य
अनभिज्ञता ही विज्ञता का द्वार है
जवाब देंहटाएंएक हिन्दी ब्लॉगर पसंद है
नव वर्ष की शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंआपको नववर्ष 2011 मंगलमय हो ।
जवाब देंहटाएंएक बेहतरीन रचना ।
काबिले तारीफ़ शव्द संयोजन ।
बेहतरीन अनूठी कल्पना भावाव्यक्ति ।
सुन्दर भावाव्यक्ति । साधुवाद ।
satguru-satykikhoj.blogspot.com
नववर्ष स्वजनों सहित मंगलमय हो आपको । सादर - आशुतोष मिश्र
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कबिता चयन भी अच्छा है आपकी कल्पना साकार हप भगवन से यही विनती है.
जवाब देंहटाएंमुबारक हो नया साल, आप को और सब को!!!
जवाब देंहटाएंनए साल में आप कामयाबी की नई मंजिलें पाएँ!!!
nice post..
जवाब देंहटाएंEach age has deemed the new born year
The fittest time for festal cheer..
HAPPY NEW YEAR WISH YOU & YOUR FAMILY, ENJOY, PEACE & PROSPEROUS EVERY MOMENT SUCCESSFUL IN YOUR LIFE.
Lyrics Mantra
नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंपल पल करके दिन बीता दिन दिन करके साल।
नया साल लाए खुशी सबको करे निहाल॥
बहुत सुंदर पंक्तियाँ ...इन सब पंक्तियों में से एक भी पंक्ति जीवन में उतर जाए तो जीवन - धन्य बन जाए ... - इन प्रेरणादायक पंक्तियों के लिए बहुत - बहुत शुक्रिया
जवाब देंहटाएंनव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें स्वीकार करें ..परिवार सहित
खूब सीखें दी है सुज्ञ जी. कोशिश की जानी चाहिए इन्हे अपनाने की.
जवाब देंहटाएंनये वर्ष की अनन्त-असीम शुभकामनाएं.
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं........
नव वर्ष 2011
आपके एवं आपके परिवार के लिए
सुख-समृद्धिकारी एवं
मंगलकारी हो।
।।शुभकामनाएं।।
बेहद सुन्दर ... प्रेरक ... विचारणीय पोस्ट
जवाब देंहटाएं।।शुभकामनाएं।।
बढ़िया सन्देश देती रचना ... नव वर्ष की शुभकामनाएं ...
जवाब देंहटाएंआपको और आपके परिवार को नव वर्ष की अनंत मंगलकामनाएं
जवाब देंहटाएंरश्मि जी, आपका बहुत बहुत आभार!!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब लिखा | सुन्दर सोच एक सृजनात्मक सोच |
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रेरक प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंएक तो छूट ही गया - 'सुज्ञ बनो ,अज्ञ नहीं !'
जवाब देंहटाएं:)
हटाएंसही है.....
हर पंक्ति एक सीख है.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!