tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post8216519889410357716..comments2023-10-21T14:43:56.493+05:30Comments on सुज्ञ: आजीविका मुक्तकसुज्ञhttp://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-7067602846817147942012-11-12T19:51:43.651+05:302012-11-12T19:51:43.651+05:30जानने और सीखने योग्य बातें |दीपावली पर हार्दिक शुभ...जानने और सीखने योग्य बातें |दीपावली पर हार्दिक शुभ कामनाएं |<br />आशा Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-55102020874031271092010-12-05T19:17:28.392+05:302010-12-05T19:17:28.392+05:30आपने जो भी मार्ग बताया ..उसपर चलकर ही स्वयं के उत्...आपने जो भी मार्ग बताया ..उसपर चलकर ही स्वयं के उत्थान का आकलन किया जा सकता है . प्रेरक .पोस्टAmrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-79039099127036006402010-12-03T14:23:25.778+05:302010-12-03T14:23:25.778+05:30हर वाक्य में सुन्दर सारगर्भित सन्देश छुपा है....जी...हर वाक्य में सुन्दर सारगर्भित सन्देश छुपा है....जीवन में उतारने योग्यrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-65475556688399577052010-12-03T12:00:38.584+05:302010-12-03T12:00:38.584+05:30@सलिल जी,
@महेन्द्र वर्मा जी,
@दिगम्बर नासवा जी,
@...@सलिल जी,<br />@महेन्द्र वर्मा जी,<br />@दिगम्बर नासवा जी,<br />@अरविन्द जी<br />@अरविन्द जांगिड जी,<br />@विरेन्द्र जी,<br />@दिव्या जी,<br />@दीपक डुडेज़ा जी,<br />@सतीश जी,<br />@सुब्रमणियन जी,<br />@देवेन्द्र जी,<br />@मर्मज्ञ जी,<br />@गिरिश जी 'मुकुल'<br /><br />आप सभी का आभार, सराहना के लिये।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-57652552568899679432010-12-03T01:45:50.891+05:302010-12-03T01:45:50.891+05:30सामयिक बात
ब्लागिंग पर राष्ट्रीय कार्यशाला आधिकारि...सामयिक बात<br /><a href="http://sanskaardhani.blogspot.com/2010/12/blog-post_02.html//" rel="nofollow">ब्लागिंग पर राष्ट्रीय कार्यशाला आधिकारिक रपट</a>बाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-87622323874061289472010-12-02T15:58:08.000+05:302010-12-02T15:58:08.000+05:30सुज्ञ जी,
बहुत ही सारगर्भित और जीवनोपयोगी विचार है...सुज्ञ जी,<br />बहुत ही सारगर्भित और जीवनोपयोगी विचार हैं !<br />आज ऐसे ही चिंतन की आवश्यकता है !<br />-ज्ञानचंद मर्मज्ञज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-21357377765193107172010-12-01T19:04:49.659+05:302010-12-01T19:04:49.659+05:30सुंदर विचार।
जैसे पानी की बूदें पत्थर पर भी छेद कर...सुंदर विचार।<br />जैसे पानी की बूदें पत्थर पर भी छेद कर देती है वैसे ही अच्छे विचार पढ़ते-पढ़ते कुछ तो मन शुद्ध हो ही जाएगा। आपकी प्रयास वंदनीय है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-19129955331777767002010-12-01T10:05:38.466+05:302010-12-01T10:05:38.466+05:30संतुलित जीवन हेतु बेहद अनुकरणीय दिशा निर्देश. आभार...संतुलित जीवन हेतु बेहद अनुकरणीय दिशा निर्देश. आभार.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-12498644734516975552010-11-30T16:56:13.863+05:302010-11-30T16:56:13.863+05:30यह श्रंखला बहुत अच्छी और दुर्लभ है, बचपन में अधिकत...<strong><br />यह श्रंखला बहुत अच्छी और दुर्लभ है, बचपन में अधिकतर दुकानों पर लटके पोस्टर से ही ऐसे विचार और ज्ञान मिलता था ! सवाल अपने जीवन में उतारने का नहीं, कम से कम पढ़कर व्यवहार में लाने की सोंचे तो सही ...<br /><br />केवल सोचने मात्र से भी प्रकाश दिखेगा ! <br /><br />बहुत दिन बाद आ पाया ..आगे शिकायत नहीं दूंगा ! आप यकीनन अच्छा कार्य कर रहे हैं सुज्ञ ! <br /><br />हार्दिक शुभकामनायें !</strong>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-38898389335128686802010-11-30T12:18:22.462+05:302010-11-30T12:18:22.462+05:30डा. अमर कुमार जी,
आपका आना हर्षित कर गया, यह चाहत...डा. अमर कुमार जी,<br /><br />आपका आना हर्षित कर गया, यह चाहत थी कई दिनो से!!, आभार बंधु!!<br /><br />@प्रत्यक्षम् किं प्रमाणम्…॥ ?<br />गुणग्राहक हमेशा अर्ध-पागलो में खपते है, संवेदनशील लोग सनकी कहे जाते है। और सद-गुणवानो को तो विक्षिप्त ही करार दे दिया जाता है। क्योकि अधिसंख्य लोग सहज पतन को सामान्य व्यवहार की तरह लेते है, जबकि गुणो को स्वीकार करना तो बहाव के विपरित दृढ आस्था से तैरना है, जैसे बिना किसी दृष्यमान लाभ के कठोर परिश्रम करना। ऐसा कठिन कार्य सनकी ही कर पाते है। इसीलिये यह मुहावरा बना है शायद कि बैठे ठाले ‘कौन कहे आ बैल मुझे मार’<br /><br />लेकिन कोयल काले रंग के उल्हाने से गाना क्यों छोडे!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-18663892199906821172010-11-30T11:56:23.363+05:302010-11-30T11:56:23.363+05:30जीवन को अपने पूर्णता की और अग्रसर करने हेतु उत्तम ...जीवन को अपने पूर्णता की और अग्रसर करने हेतु उत्तम विचार....... <br /><br />यदि अपना ले तो धरा स्वर्ग से भी अच्छी हो जाए .<br /><br />साधुवाददीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-65577139698501177112010-11-30T02:16:34.655+05:302010-11-30T02:16:34.655+05:30नासवा जी की बात को आगे बढ़ाते हुये...
जब यही सब पाल...<i><br />नासवा जी की बात को आगे बढ़ाते हुये...<br />जब यही सब पालन करना है, तो ज़िन्दगी में लुत्फ़ ही क्या रहा..?<br />भाई लोग पकड़-धकड़ कर मुझे पागलखाने न पहुँचा दें, तो ग़नीमत मानियेगा ।<br />प्रत्यक्षम किं प्रमाणम ? इनमे से कई सूत्र मैंने अपने जीवन में उतार रखा है, यकीन मानें क्रैक या हाफ़-माइँड माना जाता हूँ !<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-55035021888719534272010-11-29T21:02:53.408+05:302010-11-29T21:02:53.408+05:30उपयोगी विचार ।उपयोगी विचार ।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-38233791590738079142010-11-29T20:02:05.662+05:302010-11-29T20:02:05.662+05:30सत्य वचन.सत्य वचन.वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17461991763603646384noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-70331760955347518842010-11-29T19:03:46.777+05:302010-11-29T19:03:46.777+05:30सुन्दर रचना के लिए आपका, आत्मीय धन्यवाद.सुन्दर रचना के लिए आपका, आत्मीय धन्यवाद.Arvind Jangidhttps://www.blogger.com/profile/02090175008133230932noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-90024893897895338102010-11-29T13:06:56.550+05:302010-11-29T13:06:56.550+05:30सत्य, सुन्दर, सारगर्भितसत्य, सुन्दर, सारगर्भितarvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-47114720391603253952010-11-29T12:00:22.092+05:302010-11-29T12:00:22.092+05:30इस सभी बातों का पालन करना आसान नहीं पर अगर शुरुआत ...इस सभी बातों का पालन करना आसान नहीं पर अगर शुरुआत भी हो सके तो कितना अछा हो ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-10089348793230064722010-11-28T21:46:19.503+05:302010-11-28T21:46:19.503+05:30अनुकरणीय संदेश देती हुई सुंदर प्रस्तुति।अनुकरणीय संदेश देती हुई सुंदर प्रस्तुति।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-76710659184381230942010-11-28T20:39:59.209+05:302010-11-28T20:39:59.209+05:30एक एक बात अनुकरणीय!एक एक बात अनुकरणीय!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-23496594703305855712010-11-28T19:47:20.896+05:302010-11-28T19:47:20.896+05:30पूजा जी,
अमित जी,
दीपक सैनी जी,
अर्चना तीवारी जी,
...पूजा जी,<br />अमित जी,<br />दीपक सैनी जी,<br />अर्चना तीवारी जी,<br />केवल राम जी,<br /><br />इस प्रस्तूति को सराहने के लिये आपका आभार।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-55644582725167665882010-11-28T19:03:15.797+05:302010-11-28T19:03:15.797+05:30सद्गुण अपनानें में स्वार्थी बनें, आपका चरित्र स्वत...सद्गुण अपनानें में स्वार्थी बनें, आपका चरित्र स्वतः परोपकारी बन जायेगा।<br /> सारी बातें जीवन में धारण करने वाली हैं ...शुक्रिया <br />चलते -चलते पर आपका स्वागत हैकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-30629288350468165942010-11-28T18:05:57.008+05:302010-11-28T18:05:57.008+05:30सुंदर विचार ...सुंदर विचार ...अर्चना तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04130609634674211033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-86404380561093581612010-11-28T17:35:40.387+05:302010-11-28T17:35:40.387+05:30ज्ञानपूर्ण बातें
हर पंक्ति जीवन में उतारने योग्य ...ज्ञानपूर्ण बातें <br />हर पंक्ति जीवन में उतारने योग्य ...Deepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-50850567727416380702010-11-28T16:38:41.071+05:302010-11-28T16:38:41.071+05:30आपके ब्लॉग पर हमेशा नई ज्ञानपूर्ण बातें सीखने को म...आपके ब्लॉग पर हमेशा नई ज्ञानपूर्ण बातें सीखने को मिलती है आभार आपकाAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-72721630098813026352010-11-28T16:37:55.261+05:302010-11-28T16:37:55.261+05:30सत्य, सुन्दर, सारगर्भितसत्य, सुन्दर, सारगर्भितAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.com