tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post8056779706065327079..comments2023-10-21T14:43:56.493+05:30Comments on सुज्ञ: बस लूट हुई स्वाधीनसुज्ञhttp://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-89429561044626230572010-08-19T15:37:45.790+05:302010-08-19T15:37:45.790+05:30हां मन मर्ज़ी का लूटने की तो आज़ादी है .. चाहे नेत...हां मन मर्ज़ी का लूटने की तो आज़ादी है .. चाहे नेताओं को ही सही ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-9638846080814971572010-08-15T21:09:04.631+05:302010-08-15T21:09:04.631+05:30संगीता दी,
प्रोत्साहन के लिये आभार।संगीता दी,<br />प्रोत्साहन के लिये आभार।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-3690159262217964202010-08-15T19:40:04.802+05:302010-08-15T19:40:04.802+05:30जाति से पिछडे थे शोषित,
अगडे रहे है शोषक घोषित।
अब...जाति से पिछडे थे शोषित,<br />अगडे रहे है शोषक घोषित।<br />अब शोषक शोषित एक हुए है,<br />देश हुआ बदहाल।<br />लूंट का यह लोकतंत्र है,<br />पावे सो निहाल॥<br /><br />बहुत बढ़िया ....संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-42005357529057835592010-08-15T14:02:10.415+05:302010-08-15T14:02:10.415+05:30सलिल जी,
ज़ख्म इतने कि हर ज़ख्म पर दम निकले,
बहुत न...सलिल जी,<br /><br />ज़ख्म इतने कि हर ज़ख्म पर दम निकले,<br />बहुत निकले मेरे अरमान फ़िर भी कम निकले।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-40973101158463200442010-08-15T13:59:51.306+05:302010-08-15T13:59:51.306+05:30पंडित जी,
आपने तो मेरे भाव ही स्पष्ठ कर दिये,आभार
...पंडित जी,<br />आपने तो मेरे भाव ही स्पष्ठ कर दिये,आभार<br /><br />इसी लिये आज़ादी की शुभकामनाएं व्यंग्य सी लगती है।<br />जिनके लिये शुभ रही वह कौम कुटिल सी लगती है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-46527566257692060802010-08-15T11:56:08.955+05:302010-08-15T11:56:08.955+05:30बेहतरीन रचना! प्रत्येक पंक्ति सत्य का आईना दिखाती ...बेहतरीन रचना! प्रत्येक पंक्ति सत्य का आईना दिखाती हुई.....<br /><br />जो जन्मों जन्मों से कंगले थे, नेता बन मालोमाल हुए<br />सम्मान भी इनका होने लगा, धन-दौलत से पामाल हुए<br />मोटर-गाडी, नौकर-चाकर, सब सुविधा से खुशहाल हुए<br />देश जाए चाहे रसातल में, पर ये तो आज निहाल हुए<br />इनका सब काम निराला हुआ, जबसे आजादी आई है<br />सिर्फ नेताओं की कौम ही है, जिसने आजादी पाई है !!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-57161450055285820012010-08-15T10:39:39.621+05:302010-08-15T10:39:39.621+05:30आपको ६४वीं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई.
साथ ही...आपको ६४वीं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई.<br />साथ ही मेरे ब्लाग पर आने के लिए आपका धन्यावाद. इसी तरह मुझे प्रोत्साहित करते रहे.<br />आभारज़मीरhttps://www.blogger.com/profile/03363292131305831723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-55368465737823190342010-08-15T07:04:48.475+05:302010-08-15T07:04:48.475+05:30आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को स्वतंत्रता द...आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-91917694785548532452010-08-15T06:42:36.224+05:302010-08-15T06:42:36.224+05:30लूंट का यह लोकतंत्र है,
पावे सो निहाल॥
बहुत बढिया...लूंट का यह लोकतंत्र है,<br />पावे सो निहाल॥<br /><br />बहुत बढियाM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-40864924484539999982010-08-14T22:29:35.349+05:302010-08-14T22:29:35.349+05:30सलिल जी
आपकी प्रशंसा नें तो गद्गद कर दिया। आभार आ...सलिल जी <br />आपकी प्रशंसा नें तो गद्गद कर दिया। आभार आपके प्रोत्साहन के लियेसुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-35663170109392021982010-08-14T22:01:24.058+05:302010-08-14T22:01:24.058+05:30एतना कड़वा सच.. एतना सच्चा बयान के लिए!! दुस्यंत कु...एतना कड़वा सच.. एतना सच्चा बयान के लिए!! दुस्यंत कुमार जी याद आ गए<br />यह आदमी नहीं है मुकम्मल बयान है<br />चेहरे पे इसके चोट का गहरा निशान है.<br />अऊर आपका चोट साफ नजर आता है!! आपको धन्यवादचला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-66312911481988572132010-08-14T21:49:25.519+05:302010-08-14T21:49:25.519+05:30कहे की आज़ादी आधी -अधूरी आज़ादी
अब भी हिन्दू...कहे की आज़ादी आधी -अधूरी आज़ादी <br />अब भी हिन्दू न. दो क़ा नागरिक होने को मजबूर<br />धन्यवाद बहुत अच्छी कबितासूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.com