tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post4615962482853302324..comments2023-10-21T14:43:56.493+05:30Comments on सुज्ञ: पुरूषार्थसुज्ञhttp://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-83590034390160494632011-01-12T20:00:04.538+05:302011-01-12T20:00:04.538+05:30सही कह रहे हैं। पुरूषार्थ ही कालक्रम में चलकर प्रा...सही कह रहे हैं। पुरूषार्थ ही कालक्रम में चलकर प्रारब्ध बनता है।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-23774728980322836652011-01-12T16:31:24.102+05:302011-01-12T16:31:24.102+05:30सही कहा आप ने, कर्म पर भरोसा करने वाले ही जीवन में...सही कहा आप ने, कर्म पर भरोसा करने वाले ही जीवन में सब कुछ पाते है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-77074614197293167402011-01-12T13:27:26.107+05:302011-01-12T13:27:26.107+05:30सतीश जी,
भेद चेक कर रहे है, पुरूषों और पर-पुरूषों...सतीश जी,<br /><br />भेद चेक कर रहे है, पुरूषों और पर-पुरूषों में………;))सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-45617469960156203732011-01-12T13:03:02.603+05:302011-01-12T13:03:02.603+05:30पुरुषार्थ का अर्थ, पुरुषों को समझाते तो अच्छा रहता...पुरुषार्थ का अर्थ, पुरुषों को समझाते तो अच्छा रहता भाई जी ....Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-90176106804352438672011-01-12T10:59:03.910+05:302011-01-12T10:59:03.910+05:30एक बार फिर प्रेरणादायक संदेश,
असफलताओ से निराश क्...एक बार फिर प्रेरणादायक संदेश,<br /><br />असफलताओ से निराश क्या होना?<br />पतझड के आए बिन बहार नहीं खिलती।<br /><br />पुरूषार्थ ही सर्वोपरी है।Deepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-85008127816552979562011-01-12T10:55:50.826+05:302011-01-12T10:55:50.826+05:30रोशनी मांगने से उधार नहीं मिलती।
बैठे रहने से जीत ...रोशनी मांगने से उधार नहीं मिलती।<br />बैठे रहने से जीत या हार नहीं मिलती।<br />असफलताओ से निराश क्या होना?<br />पतझड के आए बिन बहार नहीं खिलती।<br /><br />इसी उम्मीद में जिए जा रहे हैं , अच्छी व प्रेरणादयी कविता लगी , आभार ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-10342693534601077862011-01-12T07:40:57.788+05:302011-01-12T07:40:57.788+05:30गौरव जी,
अतिसुन्दर,विषयनुकूल
बच्च्न जी का यह सर्...गौरव जी,<br /><br />अतिसुन्दर,विषयनुकूल<br /><br />बच्च्न जी का यह सर्वाधिक प्रेरणादायक काव्य है।<br />जो वाकई चमत्कारी रूप से प्रभावित करता है।<br /><br />शास्त्र विरुद्ध पुरुषार्थ कैसे परिभाषित किया जाय?सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-23343649319695069942011-01-12T07:33:24.123+05:302011-01-12T07:33:24.123+05:30सावधानियां :
शास्त्र विरुद्द पुरुषार्थ ना करें [अक...सावधानियां :<br />शास्त्र विरुद्द पुरुषार्थ ना करें [अक्सर लोग यही करते हैं ]<br /><br />एक अच्छी बात :<br />विद्वानों का मानना है<br />प्रारब्ध (पूर्व जन्म के कर्मों का फल) तो भोगना ही पड़ता है, लेकिन पुरुषार्थ से उसकी तीव्रता को कम किया जा सकता हैएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-28579721313244756702011-01-12T07:29:08.373+05:302011-01-12T07:29:08.373+05:30लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
हिम्मत करने वाल...लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,<br />हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती।<br /><br />नन्ही चींटी जब दाना ले के चलती है,<br />चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है,<br />मन का विश्वास रगों में साह्स भरता है,<br />चढ़ कर गिरना, गिर कर चढना, न अखरता है,<br />आख़िर उसकी महनत बेकार नहीं होती,<br />कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।<br /><br />डुबकियां सिन्धु में गोताखोर लगाता है,<br />जा जा कर, खाली हाथ लौट आता है,<br />मिलते न सहज ही मोती पानी में,<br />बहता दूना उत्साह हैरानी में,<br />मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती,<br />हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती।<br /><br />असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो,<br />क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो,<br />जब तक न सफल हो, नींद चैन की त्यागो तुम,<br />संघर्षों का मैदान, छोड़ मत भागो तुम,<br />कुछ किए बिना ही जय जय कार नहीं होती,<br />हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती।एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-61854970195978225392011-01-12T06:01:25.547+05:302011-01-12T06:01:25.547+05:30लंबाई और उंचाई शब्द का बढि़या प्रयोग.लंबाई और उंचाई शब्द का बढि़या प्रयोग.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-26260958815646372432011-01-12T00:37:32.978+05:302011-01-12T00:37:32.978+05:30पुरुषार्थ करना ही मनुष्य का उद्देश्य होना चाहिये.....पुरुषार्थ करना ही मनुष्य का उद्देश्य होना चाहिये.. सत्यभारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com