tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post8170132967395550846..comments2023-10-21T14:43:56.493+05:30Comments on सुज्ञ: धर्म विकारसुज्ञhttp://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comBlogger45125tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-26510855447382558412012-04-23T20:29:48.903+05:302012-04-23T20:29:48.903+05:30just awesome...poornatah sahmatjust awesome...poornatah sahmatMonika Jainhttps://www.blogger.com/profile/18206634037142003083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-32694249748222844602012-03-24T10:21:32.914+05:302012-03-24T10:21:32.914+05:30अनमोल वचन .अनमोल वचन .Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-19709466768757109252012-03-23T14:31:21.618+05:302012-03-23T14:31:21.618+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति| नवसंवत्सर २०६९ की हार्दिक श...बहुत सुन्दर प्रस्तुति| नवसंवत्सर २०६९ की हार्दिक शुभकामनाएँ|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-88806909892522298132012-03-20T23:11:30.461+05:302012-03-20T23:11:30.461+05:30सुज्ञ भाई शाकाहार पर आपने अद्यतन विज्ञान सम्मत जान...सुज्ञ भाई शाकाहार पर आपने अद्यतन विज्ञान सम्मत जानकारी और तर्क को उसकी तार्किक परिणति तक लेजाकर कई को राह दिखा दी .कुतर्क या तर्क के लिए तर्क आदमी को कहीं नहीं लेजाता .आपने इस पोस्ट को अब संघनित बना दिया .आपका तहे दिल से शुक्रिया .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-88539975742364302002012-03-20T16:57:05.212+05:302012-03-20T16:57:05.212+05:30सार्थक,सारगर्भित ...सटीक बात ....एक सोच दे रही है ...सार्थक,सारगर्भित ...सटीक बात ....एक सोच दे रही है ...!<br />बहुत अच्छी लगी ....<br />शुभकामनायें ...!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-11933127373459995252012-03-18T11:58:47.232+05:302012-03-18T11:58:47.232+05:30bahut achchha likh likhaa aapne ... aabhaarbahut achchha likh likhaa aapne ... aabhaarpalashhttps://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-35760704485025079692012-03-17T19:53:03.195+05:302012-03-17T19:53:03.195+05:30बंगाल (अब पश्चिमी बंगाल )में घर घर छोटे छोटे तालाब...बंगाल (अब पश्चिमी बंगाल )में घर घर छोटे छोटे तालाब हैं घर दुआरे के पिछवाड़े जहां मछली पालन होता है चावल मच्छी बंगालियों का प्रिय आहार है .मछली को जल तोरई कहा जाता है .क्योंकि इसे वैसे ही खाया जाता है जैसे जलयुक्त तोरई को . लेकिन जल तोरई कहने से मछली तोरई नहीं हो जाती है .मछली मछली है ,वाईट मीट है .<br /><br />दूध को जीववैज्ञानिक दृष्टि से पशु उत्पाद के अंतर्गत ही लिया जाता है .महात्मा गांधी बकरी का दूध पीते थे उसके लो फेट होने की वजह से .तमाम पशु आहार कोलेस्ट्रोल बढातें हैं .गैर पशु उत्पाद ही सर्वोत्तम आहार हैं दिल के लिए दिमाग के लिए .<br /><br />चोटी के हृद विज्ञानी बिमल छाजेड साहब शाकाहार आन्दोलन को सारी दुनिया में ले जा रहें हैं .आप जीरो फेट के समर्थक हैं .मछली के बारहा हाइप किये जा चुके ओमेगा थ्री वसीय अम्लों को भी अन- उपयुक्त बतलातें हैं वैज्ञानिक आधार पर .पढ़ें उनकी किताब 'शाकाहार '.<br /><br />यह टिपण्णी निरामिष शाकाहार पहेली में डाली है .आज ही पढ़ी आपकी यह बहु उपयोगी विचार परक पोस्ट .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-66058734755522680442012-03-17T19:18:49.607+05:302012-03-17T19:18:49.607+05:30ब्लॉगर veerubhai ने कहा…
डॉ .अनवर ज़माल साहब क...ब्लॉगर veerubhai ने कहा…<br /><br /> डॉ .अनवर ज़माल साहब कवि वृन्द कह गए हैं :<br /><br /> उत्तम विद्या लीजिये ,जदपि नीच पे होय ,<br /><br /> परो अपावन ठौर में ,कंचन तजत न कोय .<br /><br /> आप कोई अच्छी बात बताएँगे उसे भी मान लेंगें .हम सर्व -समावेशी हैं ,सर्व -ग्राही संस्कृति की वारिश हैं .<br /> ब्लॉगर DR. ANWER JAMAL ने कहा…अंग्रेज़ों ने पता लगाया कि रेड मीट नुक्सान दे रहा है और वीरू भाई को फ़ौरन यक़ीन आ गया कि जब अंग्रेज़ों ने तय कर लिया है तो ज़रूर नुक्सान देता होगा।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-37752046182642409732012-03-17T12:33:14.776+05:302012-03-17T12:33:14.776+05:30यदि आपका यह सारा उपक्रम मानवता के हित में अंश भर भ...यदि आपका यह सारा उपक्रम मानवता के हित में अंश भर भी योगदान नहीं करता,<br /><br /><br />समस्त प्रकृति के जीवन हित में कुछ भी सहयोग नहीं करता,<br /><br /><br />तो व्यर्थ है, निर्थक है। वह धर्म नहीं है। नहीं है। नहीं है।<br /> आपकी बात से सहमत .हम जो कुछ भी करतें हैं उससे शेष प्रकृति प्रभावित होती है .न्यूटन ने कहा था -जब आप एक ऊंगली तारों की तरफ उठाते हो आप शेष सृष्टि का गुरुत्वीय संतुलन बदल देते हो .संतों ने सदैव ही धर्म की बाहरी स्वरूप पर कटाक्ष किया है -कबीर कहतें हैं -दिन में माला जपत हैं ,रात हनत हैं गाय जाहिद शराब पीने दे मस्जिद में बैठके ,या वो जगह बता दे जहां पर खुदा न हो .<br /><br /> कांकर पाथर जोरी के मस्जिद ली बनाय ,ता पे मुल्ला बांग दे ,क्या बहरा हुआ खुदाय . <br /><br /> हम देखे हम जो कर रहें हैं यदि वह कोई हमारे साथ करे तो हम पर उसका कैसा प्रभाव पडेगा .<br /><br /> .<br /><br /> .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-31706899971327171672012-03-17T12:28:07.461+05:302012-03-17T12:28:07.461+05:30@आप रेड मीट से सेक्स की फ्रिक्युवेंसी पर पहुच गए
व...@आप रेड मीट से सेक्स की फ्रिक्युवेंसी पर पहुच गए<br />वीरूभाई,<br />दो कारण हो सकते है………<br /><br />१-मांस मदिरा मैथुन का वामाचारी सम्बंध<br /><br />२-आपने कभी देखा हो तो 'गुप्त रोगों के शर्तिया इलाज' वाले झोला-छाप हर मर्ज़ का इलाज योन सम्बंधो में ही देखते है। अगर इसी से लोगों का इम्यून सिस्टम फ़ौलादी बन जाए तो लोग नाहक़ ही पोषण, दवाओं और डॉक्टर के पिछे भागते है। :)सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-81174851556852965462012-03-17T12:21:08.744+05:302012-03-17T12:21:08.744+05:30अनवर ज़माल साहब आप रेड मीट से सेक्स की फ्रिक्युवेंस...अनवर ज़माल साहब आप रेड मीट से सेक्स की फ्रिक्युवेंसी पर पहुच गए यह विषय अंतरण है .रेड मीट की ओर लौटतें हैं .<br /><br />आपने शरीर से हटके आत्मा की बात की है ,बहुत अच्छा किया है .यह सारा मंडल एक ही है .सृष्टि में एक ही तत्व व्याप्त है वह है ऊर्जा .आत्मा कह लो इसे या सचेतन ऊर्जा.अल्लाह कह लो या ब्रहम तत्व .सभी आत्माएं एक हैं .जड़ चेतन में सभी में वही ऊर्जा (आत्मा )का वास है .एक तत्व की ही pradhaantaa kaho इसे जड़ या चेतन पशु पक्षी भी इसका अपवाद नहीं है वह सिर्फ 'रेड' और 'वाईट ',लीन ,मीट से आगे एक आत्मा भी हैं .शिकारी जब शिकार का पीछा करता है तो शिकार जान बचाके भागता है या फिर सामर्थ्य होने पर मुकाबला भी करता है .इस फ्लाईट और फाईट सिंड्रोम में एड्रीनेलिन का स्राव होता है .सारा सारे शरीर में इसका सैलाब होने लगता है .शिकार मारा जाता है .भय से पैदा हुई है यह रिनात्मक ऊर्जा जो सारे शरीर को संदूषित कर देती है .खून के थक्के बनतें हैं .अश्थी मज़ा संदूषित हो जाती है .मनुष्य इसी गोष्ट को खाता है .उसी अल्लाह या ब्रह्म को निवाला बनाता है .<br /><br />जिसे आप हलाल करतें है फिर खाते हैं रिनात्मक ऊर्जा से वह भी नहीं बचता है .उसका गोष्ट भी संदूषित होता है एड्रीनेलिन से बहले खून का थक्का न भी बने .<br /><br />बकर ईद पर वह कसाई भी बकरे के कान में यही कहता है -यह हरामी मुझसे जिबह करवा रहा है मैं तो अपना कर्म कर रहा हूँ अल्लाह मुझे ,यह जीव आत्मा मुझे मुआफ करे .सवाल इस्लाम या सनातन धर्म का नहीं है .चेतन तत्व का है अल्लाह का है ,उस तत्व का है जो मुझमे तुझमे,जड़ में चेतन में , सबमे व्याप्त है .<br /><br />बत्लादूं आपको यही शिव तत्व है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-61166521772632439812012-03-17T12:12:46.910+05:302012-03-17T12:12:46.910+05:30सावधान रहना जरूरी है भाई जी !
शुभकामनायें आपको...सावधान रहना जरूरी है भाई जी !<br /> शुभकामनायें आपको !<br /><br /> 16 मार्च 2012 9:29 am<br /> हटाएं<br />ब्लॉगर DR. ANWER JAMAL ने कहा…<br /><br /> @ राम राम भाई ! आपने रेड मीट के बारे में आधुनिक रिसर्च पेश ही है और हमने उसके विषय में प्राचीन भारतीय चिकित्सकों का नज़रिया रखा है। हमने आपकी बात का खंडन कब किया है ?<br /> हम तो आपकी इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि<br /> "संशोधित रेड मीट के स्थान पर बतख ,मुर्गी ,मच्छी आदि खाने से ऐसे खतरे को कम किया जा सकता है"<br /><br /> रिसर्च करने वालों ने यह भी पाया है कि जो लोग बचपन में भी प्यार से वंचित रहे और बड़े होकर भी अपने जीवन साथी से भावनात्क रूप से असंतुष्ट रहे, ऐसे लोग भी कैंसर की चपेट में आ जाते हैं।<br /> रिसर्च करने पर यह भी पाया गया कि सेक्स करने से इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है।<br /> असल बात यह है कि सही समय पर विवाह हो जाए और वे आपस में प्यार भरा संतुष्ट जीवन जिएं। इससे उनका इम्यून सिस्टम फ़ौलादी बन जाएगा। यही कारण है कि हमारे रिश्तेदारों में रेड मीट रोज़ खाया जाता है और अल्लाह का शुक्र है कि आज तक उनमें से किसी एक को भी कैंसर न हुआ।<br /> जिन देशों में ये रिसर्च हो रही हैं, वहां फ़ैमिली नाम की चीज़ ही बहुत कम रह गई है। भावनात्मक रूप से टूटे हुए लोगों पर किए गए परीक्षण उन पर लागू नहीं होते जो कि भावनात्मक रूप से संतुष्ट जीवन जी रहे हैं।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-1073748324057356272012-03-17T12:11:26.343+05:302012-03-17T12:11:26.343+05:30DR. ANWER JAMAL ने कहा…
अंग्रेज़ों ने पता लगाय...DR. ANWER JAMAL ने कहा…<br /><br /> अंग्रेज़ों ने पता लगाया कि रेड मीट नुक्सान दे रहा है और वीरू भाई को फ़ौरन यक़ीन आ गया कि जब अंग्रेज़ों ने तय कर लिया है तो ज़रूर नुक्सान देता होगा।<br /><br /> हमें अंग्रेज़ों की चालबाज़ियां पता हैं।<br /><br /> इनकी रिसर्च पर भी रिसर्च करने की ज़रूरत होती है क्योंकि दुनिया के सामने रिसर्च के नाम पर वही परोसते हैं जिससे दुनिया के व्यापार पर इनका क़ब्ज़ा हो जाए।<br /><br /> हमने फ़ौरन अपने पुराने ग्रंथ चरक संहिता में टटोला तो वहां रेड मीट खाने के लाभ ही लाभ बताए गए हैं।<br /><br /> अंग्रेज़ कह रहे हैं कि रेड मीट खाने से आंत का कैंसर हो जाता है और हमारे महान भारतीय बुज़ुर्ग कह रहे हैं कि इससे यक्ष्मा का रोगी तक ठीक हो जाता है।<br /><br /> किस की बात सही मानी जाए ?<br /><br /> 1. स्वदेशी विचार मंच पर बैठकर सोचा तो भी भारतीय बुज़ुर्गों की बात मानना हमारा फ़र्ज़ बनता है।<br /><br /> 2. फिर निष्पक्ष होकर सोचा कि अंग्रेज़ तो अपने किसी प्लान को लाने से पहले तरह तरह के शोशे छोड़ते हैं, उनकी बात अर्थलाभ से प्रेरित हो सकती है लेकिन हमारे चरक जी तो महर्षि हैं और उन्हें किसी से किसी लाभ का लालच था ही नहीं। इस लिहाज़ से भी उनका पलड़ा भारी बैठता है।<br /><br /> 3. इसके बाद ‘मैं कहता आंखन देखी‘ के आधार पर जांच की गई तो पाया कि रेड मीट रोज़ खाने के बावजूद हमारे कुनबे में तो क्या क़बीले में भी किसी को आंत का कैंसर न हुआ।<br /><br /> अब सवाल यह खड़ा हुआ कि ‘या इलाही ! माजरा क्या है ?‘<br /><br /> ...तो माजरा भी समझ में आ गया कि पश्चिमी विज्ञानियों के नतीजे केवल शरीर को सामने रखकर निकाले गए हैं जबकि आदमी केवल शरीर ही नहीं है, उसमें मन बुद्धि और आत्मा भी है और हरेक का जीवट अलग अलग भी होता है। इसी जीवट के बल पर भारतीय उन परिस्थितियों में भी जी लेते हैं जिनकी कल्पना मात्र से ही पश्चिमी लोगों के पसीने छूट जाएं। जिसका जीवट शक्तिशाली होता है उसकी जीवनी शक्ति भी अधिक होती है। अंग्रेज़ी में इसे इम्यून सिस्टम कहा जाता है।<br /><br /> अगर आपने अपने जीवन साथी को तन मन और आत्मा तीनों स्तर पर संतुष्ट कर दिया तो उसके रोम रोम से, उसके दिल से आपके लिए दुआएं निकलेंगी और तब बीमारियां आपका कुछ बिगाड़ नहीं सकतीं। तन के स्वस्थ रहने में मन का रोल बहुत अहम है। हमारे भारतीय बुज़ुर्ग ऐसा कहते हैं और हम यही मानते हैं और आधुनिक परीक्षणों से भी इसकी सत्यता प्रमाणित हो चुकी है।<br /><br /> अंग्रेज़ों की रिसर्च पर यक़ीन करने वालों के लिए उनकी ही एक रिसर्च पेश ए खि़दमत है, देखिए<br /> Regular Sex Improves Health and Doubles Life Expectancy<br /><br /> (NaturalNews) You probably already know that Broccoli, carrots, and oranges are good for you. Yet it's rarely mentioned that having regular sex is not only fantastically fun, but brilliant for your health! A study at Queens University in Belfast published in the British Medical Journal tracked the sexuality of about 1,000 middle-aged men over the course of a decade. The study compared men of a similar age and health and showed that men who reported the highest frequency of orgasm lived twice as long as though who did not enjoy sex.virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-51068403960455260142012-03-12T05:51:10.613+05:302012-03-12T05:51:10.613+05:30Holi ke avsar par aise paak vichar hi sarthak holi...Holi ke avsar par aise paak vichar hi sarthak holi hai ...<br /><br /><br />man ki pvitrta hi dhrm hai ....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-47369935410367330002012-03-07T10:52:34.719+05:302012-03-07T10:52:34.719+05:30**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**...**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**<br />~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~<br />*****************************************************************<br /><b><i>♥ होली ऐसी खेलिए, प्रेम पाए विस्तार ! ♥<br />♥ मरुथल मन में बह उठे… मृदु शीतल जल-धार !! ♥</i></b> <br /><b> </b><br /><b> </b><br /> आपको सपरिवार <br /><b> होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ! </b> <br />- राजेन्द्र स्वर्णकार <br />*****************************************************************<br />~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~<br />**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-58469651323803976762012-03-06T20:52:48.476+05:302012-03-06T20:52:48.476+05:30आपके सुलेखन के लिए आभार.
आपको व् सभी जन को होली क...आपके सुलेखन के लिए आभार.<br /><br />आपको व् सभी जन को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-68668813652094218982012-03-06T19:10:42.335+05:302012-03-06T19:10:42.335+05:30बहुत सही लिखा आपने .....
आपको होली की सपरिवार हार...बहुत सही लिखा आपने .....<br />आपको होली की सपरिवार हार्दिक शुभकामनायें!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-51384237240089538452012-02-29T07:40:35.591+05:302012-02-29T07:40:35.591+05:30बहुत सुंदर विचार से सुसज्जित पोस्ट. आपका आभार.बहुत सुंदर विचार से सुसज्जित पोस्ट. आपका आभार.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-92082056461221716552012-02-13T11:23:34.673+05:302012-02-13T11:23:34.673+05:30बहुत बेहतरीन ...हमारे ब्लोग पर आपका स्वागत हैबहुत बेहतरीन ...हमारे ब्लोग पर आपका स्वागत हैAyodhya Prasadhttps://www.blogger.com/profile/00220293033943017179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-72496119716603092752012-02-02T16:25:57.997+05:302012-02-02T16:25:57.997+05:30सत्य वचन....सत्य वचन....Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-33593450217447414372012-02-02T10:21:08.740+05:302012-02-02T10:21:08.740+05:30बिल्कुल सही कहा है आपने..
बहुत सुंदर प्रस्तुति!
ए...बिल्कुल सही कहा है आपने..<br />बहुत सुंदर प्रस्तुति!<br /><a href="http://apnaauraapkablog.blogspot.com/" rel="nofollow">एक ब्लॉग सबका </a>'Sawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-14963511501800461042012-02-01T15:01:22.547+05:302012-02-01T15:01:22.547+05:30सुज्ञ जी,आपने सत्य लिखा है हार्दिक आभारसुज्ञ जी,आपने सत्य लिखा है हार्दिक आभारamrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-42489001697053606452012-01-29T06:06:01.835+05:302012-01-29T06:06:01.835+05:30आपने सत्य लिखा है!
आपको बसंत पंचमी की शुभकामनाएँ!आपने सत्य लिखा है!<br />आपको बसंत पंचमी की शुभकामनाएँ!वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05613141957184614737noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-62186798413415682122012-01-23T21:53:24.081+05:302012-01-23T21:53:24.081+05:30बाबा ने लिखा है...
परहित सरिस धर्म नहीं भाई, पर प...बाबा ने लिखा है...<br /><br />परहित सरिस धर्म नहीं भाई, पर पीड़ा सम नहिं अधमाई।।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-48056112146396772582012-01-14T14:58:56.033+05:302012-01-14T14:58:56.033+05:30बहुत सारगर्भित सन्देश..बहुत सारगर्भित सन्देश..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.com