tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post630679480929198222..comments2023-10-21T14:43:56.493+05:30Comments on सुज्ञ: क्षमा-सूत्रसुज्ञhttp://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-69612944494353114912016-04-23T07:52:07.719+05:302016-04-23T07:52:07.719+05:30क्षमा दूसरों के लिए नहीं स्वयं के लिए है। या तो आप...क्षमा दूसरों के लिए नहीं स्वयं के लिए है। या तो आप क्षमा न करके जी को जलाते रहिये या फिर क्षमा करके सहज हो जाइये। वर्ना ये संसार तो ऐसे ही चलता रहेगा।Chandra rawalhttps://www.blogger.com/profile/08681519207262007803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-7579656353143874282016-04-23T07:51:49.062+05:302016-04-23T07:51:49.062+05:30क्षमा दूसरों के लिए नहीं स्वयं के लिए है। या तो आप...क्षमा दूसरों के लिए नहीं स्वयं के लिए है। या तो आप क्षमा न करके जी को जलाते रहिये या फिर क्षमा करके सहज हो जाइये। वर्ना ये संसार तो ऐसे ही चलता रहेगा।Chandra rawalhttps://www.blogger.com/profile/08681519207262007803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-1458043919718296182010-09-19T12:41:13.672+05:302010-09-19T12:41:13.672+05:30सुन्दर संकलन ... ..सुन्दर संकलन ... ..संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-7720225697382131762010-09-18T17:54:18.507+05:302010-09-18T17:54:18.507+05:30.
वय, परिस्थिति एवं अनुभवों के आधार पर धीरे-धीरे ....<br /><br />वय, परिस्थिति एवं अनुभवों के आधार पर धीरे-धीरे ही क्षमाशीलता आ सकती है। हर व्यक्ति की परिस्थिति फरक होती है। पूर्व में स्थापित बुद्धि क्षमा का निर्णय नहीं ले सकती। घटना अथवा दुर्घटना से तदुत्पन्न बुद्धि ही निर्णय लेती है । व्यक्ति ज्यादातर परिस्थियों का गुलाम होता है। और परिस्थितियाँ मनुष्य को विवश कर देती हैं।<br /><br />विरले हैं वो लोग जो रज और तम से मुक्त हों। रज और तम से मुक्त मनुष्य सात्विक होता है, और वही व्यक्ति हर परिस्थिति में क्षमाशील हो सकता है। साधारण मनुष्य से ये अपेक्षा नहीं की जा सकती।<br /><br />किन्तु यदि मन में ठान लिया जाए, तो कुछ भी असंभव नहीं। <br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-73065206500597140942010-09-04T23:22:59.968+05:302010-09-04T23:22:59.968+05:30Prerak lekh. Kshama karna sabse mushkil hota hai. ...Prerak lekh. Kshama karna sabse mushkil hota hai. kaee bar hum chup to laga jate hain par suchche dil se kshama nahee kar pate. yah shayad prayatn se hee sambhaw hai.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-2926366916754621772010-09-03T12:26:50.341+05:302010-09-03T12:26:50.341+05:30अच्छे विचारों को धरातल पर उतारना या स्वभाव में सम्...अच्छे विचारों को धरातल पर उतारना या स्वभाव में सम्मलित करना बहुत ही दुष्कर होता है, बरसों के जमे जमायें व्यवहार आसानी से नहिं उखड जाते।<br />ज्ञान की बहूत बडी बडी बातें,सत्संग,प्रवचन कहकर अक्सर हम उडा देते है।<br />लेकिन फ़िर भी अच्छे विचारों पर किया गया क्षणिक चिन्तन भी व्यर्थ नहिं जाता। सदाचरण को 'अच्छा' मानने की प्रवृति मानसिकता में बनी रहती है। देर से व शनै शनै ही सही हृदय की शुभ मानसिकता अंततः क्रियान्वन में उतरती ही है।<br />इसी लिये दया के,करूणा के,अनुकंपा के और क्षमा के भावों को उचित जानना मानना व कहना आवश्यक है।<br />पालन जब होगा तब होगा हृदय में इनका निवास जरूरी है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-15428853074988910092010-09-03T11:59:31.163+05:302010-09-03T11:59:31.163+05:30prerak post.....kshamasilta sachmuch sabse badee ...prerak post.....kshamasilta sachmuch sabse badee udaarataa hai.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-65343364017819591192010-09-03T08:52:44.381+05:302010-09-03T08:52:44.381+05:30मानुष को माया ,ये संसार अपनी तरफ बहुत तेजी से आकर्...मानुष को माया ,ये संसार अपनी तरफ बहुत तेजी से आकर्षित करता है ,,सब लोभ में फसते चले जाते है<br />आदमी के मन को एक पल की भी आराम नही है जो सही गलत का फैसला केर सके<br />स्वामी विवेकानंद ने कहा है ध्यान सबसे बड़ी चीज है इससे मन पर काबू पाया जा सकता हैAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-49802232530699396572010-09-03T08:09:46.255+05:302010-09-03T08:09:46.255+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।
हिन्दी की प्रगति से देश क...बहुत अच्छी प्रस्तुति। <br /><br /><a rel="nofollow"> हिन्दी की प्रगति से देश की सभी भाषाओं की प्रगति होगी!</a>राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-56837642458291035492010-09-03T07:40:04.465+05:302010-09-03T07:40:04.465+05:30सुन्दर पोस्ट सुज्ञ जी।
जहां क्रोध तहं काल है, जहां...सुन्दर पोस्ट सुज्ञ जी।<br /><a href="http://pittpat.blogspot.com/2009/11/blog-post_05.html" rel="nofollow">जहां क्रोध तहं काल है, जहां लोभ तहं पाप।<br />जहां दया तहं धर्म है, जहां क्षमा तहं आप॥</a>Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-86042910463878359272010-09-02T20:39:38.485+05:302010-09-02T20:39:38.485+05:30एक से एक!! प्रेरक!!! पोस्ट्स हैं आपके इस ब्लॉग पे ...एक से एक!! प्रेरक!!! पोस्ट्स हैं आपके इस ब्लॉग पे ,आभार <br /><br />@सुज्ञ जी ,बड़े समय से मेरी एक जिज्ञासा बनी हुई है इस " सुज्ञ " शब्द के प्रति ,मुझे ये नाम काफी unique लगता है और आकर्षित करता है ,मैं इसका अर्थ जानना चाहता हूँ <br /><br />महकMahakhttps://www.blogger.com/profile/11844015265293418272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-25536417060687283602010-09-02T17:35:48.648+05:302010-09-02T17:35:48.648+05:30एक से एक!! प्रेरक!!!एक से एक!! प्रेरक!!!सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-70788249425919114732010-09-02T17:14:49.637+05:302010-09-02T17:14:49.637+05:30शायद इसीलिए लोग क्षमा का दायित्व भगवान के मत्थे म...शायद इसीलिए लोग क्षमा का दायित्व भगवान के मत्थे मढ़कर स्वयं मुक्त हो जातें है, इंसान के बस का लगता भी नहीं ये हुनर!<br />सुन्दर संकलन ...Majaalhttps://www.blogger.com/profile/08748183678189221145noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-80377694002924041802010-09-02T15:06:53.216+05:302010-09-02T15:06:53.216+05:30सुन्दर विचार ...सुन्दर विचार ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-74387736883041005582010-09-02T13:25:37.506+05:302010-09-02T13:25:37.506+05:30दुसरे की गलती पर क्षमा करना दुनिया का सबसे मुश्किल...दुसरे की गलती पर क्षमा करना दुनिया का सबसे मुश्किल कार्य है... लेकिन अध्यात्म की बुनियादी उसूलों में से एक है. इस गुण को आत्मसात किये बिना उस परमशक्ति के पाना नामुमकिन है.Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-64229385854458239092010-09-02T13:07:25.906+05:302010-09-02T13:07:25.906+05:30क्षमा करने के बाद जिसे क्षमा दिया गया हो वह व्यक्त...क्षमा करने के बाद जिसे क्षमा दिया गया हो वह व्यक्ति फिर से आपके साथ वैसा की अपराध करे तो क्या करना चाहिए ,आज देश के 99 % मंत्री इस देश की जनता के साथ ऐसा ही अपराध कर रहें हैं ...जनता पस्त हो चुकी है इनके अत्याचार से ...honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.com