tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post2928846303133629775..comments2023-10-21T14:43:56.493+05:30Comments on सुज्ञ: आज कल के चक्कर में ही, मानव जाता व्यर्थ छला.......सुज्ञhttp://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-2036219945769102322012-12-06T15:28:32.186+05:302012-12-06T15:28:32.186+05:30जो है आज ही है ......कल का नाम काल है :)))जो है आज ही है ......कल का नाम काल है :)))Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-24009790013766518652011-01-20T22:18:48.286+05:302011-01-20T22:18:48.286+05:30सुन्दर अभिव्यक्ति.सुन्दर अभिव्यक्ति.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-2261678404827727072011-01-20T14:22:59.603+05:302011-01-20T14:22:59.603+05:30सुज्ञ जी, आपके ब्लॉग पर आकर मन सकारात्मक ऊर्जा स...सुज्ञ जी, आपके ब्लॉग पर आकर मन सकारात्मक ऊर्जा से भर सा जाता है। हार्दिक आभार।<br /><br />---------<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">ज्योतिष,अंकविद्या,हस्तरेख,टोना-टोटका।</a><br /><a href="http://ss.samwaad.com/" rel="nofollow">सांपों को दूध पिलाना पुण्य का काम है ?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-53799515443154757882011-01-20T13:01:58.627+05:302011-01-20T13:01:58.627+05:30aap likhen aur hum na padhen .... aisa kabhi ho
s...aap likhen aur hum na padhen .... aisa kabhi ho <br />sakta hai.....<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-32588642683391730352011-01-20T10:06:18.484+05:302011-01-20T10:06:18.484+05:30@ सभी मित्रों से
सिर्फ समय की कमीं की वजह से ब्ल...@ सभी मित्रों से <br /><br />सिर्फ समय की कमीं की वजह से ब्लॉग जगत से गायब हूँ .. [और कोई कारण नहीं ] <br /><br />सभी को ढेर सारा स्नेह :)एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-273982243101695772011-01-20T09:54:21.845+05:302011-01-20T09:54:21.845+05:30और हाँ .......
मेरे जैसे छोटे बच्चों को कलर का ज्...और हाँ .......<br />मेरे जैसे छोटे बच्चों को कलर का ज्ञान दे रहे स्नेही बड़ों को भी अपने समय का सदुपयोग करना ही चाहिए<br /><br />कैसे ?<br /><br />कुछ ऐसे ......हर कोम्प्लेक्स कलर बेसिक कलर के ही निर्धारित मात्रा में मिश्रण से बना होता है , अच्छा यही है की हर कोम्प्लेक्स कलर को बेसिक [फंडामेंटल] कलर के नजरिये से विभाजित करके ही विश्लेषण करे .. अन्यथा ये तो कुछ ऐसा लगेगा की आंखों पर पट्टी बाँध कर तलवार [शब्दों की] चलाई जा रही है अनजाने में कईं लोग [वर्ग] घायल हो सकते हैं ...... है ना !<br /><br />कोई जल्दी [उतावलापन ] नहीं है.... इस टिप्पणी को भी आराम से समझिएगा ......<br />मुझे पूरी उम्मीद है <b>"धीरे धीरे सब समझ जायेंगे" </b>एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-73572945512889117522011-01-20T09:47:46.769+05:302011-01-20T09:47:46.769+05:30[सुधार]
अगर आप जाँच करें तो पाएंगे/पाएंगी की अधिकत...[सुधार]<br />अगर आप जाँच करें तो पाएंगे/पाएंगी की अधिकतर असामाजिक तत्व मनमौजी मानसिकता के ही होते हैं :) जिनके विरोध में आप लेख लिखते/ लिखतीं हैंएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-59414780441374773422011-01-20T09:44:58.078+05:302011-01-20T09:44:58.078+05:30@सुज्ञ जी
आपको इसका नया वर्जन बनाना चाहिए था
&q...@सुज्ञ जी<br />आपको इसका नया वर्जन बनाना चाहिए था <br /><br />"आज नहीं मैं कल कर लूंगा, जीवन में कोई काम बुरा ।<br />आज कल के चक्कर में ही, जंग खा जायेगा बुराई का छुरा ॥"<br /><br />@अंशुमाला जी<br />ये तो नेगेटिव होते हुए भी पोजिटिव है ना !<br />:)<br /><br />हमेशा खुश रहने या फ्री रहने वाले को आशा वादी नहीं कहा जाता .....मनमौजी कहा जाता है ......... आशावादी कहा जाता है उन्हें जो दुःख की अँधेरी रात में भी सकारात्मक विचारों का दिया जलाये रखते है ...अगर आप जाच करें तो पाएंगे की अधिकतर असामाजिक तत्व मनमौजी मानसिकता के ही होते हैं :)एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-11062035577912603562011-01-20T00:04:03.725+05:302011-01-20T00:04:03.725+05:30किसी अज्ञात रचनाकार की कुछ लेने दे रहा हूँ ...आप...किसी अज्ञात रचनाकार की कुछ लेने दे रहा हूँ ...आपको पढ़ कर याद आ गयीं ! <br /><br />क्षण भंगुर जीवन की कलिका <br />काल प्रात को जाने खिली न खिली <br />कलि काल कुठार लिए फिरता <br />तन नम्र से चोट झिली न झिली <br />भजि ले हरि नाम अरी रसना <br />फिर अंत समय में हिली न हिलीSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-74911375813800872642011-01-19T22:24:17.603+05:302011-01-19T22:24:17.603+05:30बहुत बढ़िया ,मै भी बहुत negative सोच वाला हु ,इसलि...बहुत बढ़िया ,मै भी बहुत negative सोच वाला हु ,इसलिए आशवादी कविता पसंद आयाAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-35839873438574131222011-01-19T21:56:31.714+05:302011-01-19T21:56:31.714+05:30सुबह होती है शाम होती है जिन्दगी यूं ही तमाम होती ...सुबह होती है शाम होती है जिन्दगी यूं ही तमाम होती है ! क्या कीजियेगा !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-38184613494130956972011-01-19T19:36:23.969+05:302011-01-19T19:36:23.969+05:30कल करे सो आज कर..........इस मुहावरे को बडे ही अच्छ...कल करे सो आज कर..........इस मुहावरे को बडे ही अच्छे अंदाज मी पेश किया है आपने.रविंद्र "रवी"https://www.blogger.com/profile/10164761650423020012noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-56735980956749337322011-01-19T18:21:55.372+05:302011-01-19T18:21:55.372+05:30अनमोल वचन
जितनी बार पढा और गुना जाये उतना कम है।
...अनमोल वचन <br />जितनी बार पढा और गुना जाये उतना कम है।<br />शुभकामनायेंDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-20361372788124021842011-01-19T17:55:47.343+05:302011-01-19T17:55:47.343+05:30very nice blog...... good post
Music Bol
Lyrics M...very nice blog...... good post<br /><br /><a href="http://musicboll.blogspot.com" rel="nofollow">Music Bol</a><br /><a href="http://lyrics-mantra.blogspot.com" rel="nofollow">Lyrics Mantra</a>ManPreet Kaurhttps://www.blogger.com/profile/17999706127484396682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-56152479630911115542011-01-19T16:51:52.917+05:302011-01-19T16:51:52.917+05:30bahut hi sunder aur bhavourn kavita .................bahut hi sunder aur bhavourn kavita .............. achchha aahwan hai.उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-30263979118793751262011-01-19T15:21:46.955+05:302011-01-19T15:21:46.955+05:30मानव जाता ब्यर्थ छाला -------बहुत सुन्दर कबिता भाव...मानव जाता ब्यर्थ छाला -------बहुत सुन्दर कबिता भावपूर्ण .सूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-20908501798580630272011-01-19T14:07:08.340+05:302011-01-19T14:07:08.340+05:30आज करे सो कर ले रे बंधु, कल की पक्की आश नहीं।
जीवन...आज करे सो कर ले रे बंधु, कल की पक्की आश नहीं।<br />जीवन बहता तीव्र पवन सा, पलभर का विश्वास नहीं ...<br /><br />मुद्दतों से ये बात इंसान सुन तो रहा है पर पालन नहीं कर रहा ... जो इस मन्त्र को जीवन में उतार लेता है उसका बेड़ा पार हो जाता है ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-49688335280311388102011-01-19T13:30:58.498+05:302011-01-19T13:30:58.498+05:30बहुत सुन्दर संदेश देती रचना मन को छू गयी।बहुत सुन्दर संदेश देती रचना मन को छू गयी।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-61442337927116298722011-01-19T13:07:43.939+05:302011-01-19T13:07:43.939+05:30अंशुमाला जी,
तब तो मैं कहूंगा, 'नाकारात्मक आशा...अंशुमाला जी,<br />तब तो मैं कहूंगा, 'नाकारात्मक आशावादीता':))<br /><br />जहाँ व्यक्ति को पता है मृत्यु शास्वत सत्य है, फ़िर भी सोचता है वह दूसरों को आएगी, मुझे नहीं,मेरे पास तो बहुत समय है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-82385063515699174502011-01-19T12:47:43.968+05:302011-01-19T12:47:43.968+05:30आज कल के चक्कर में ही, मानव जाता व्यर्थ छला॥
...ba...आज कल के चक्कर में ही, मानव जाता व्यर्थ छला॥<br />...bahut sateek.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-35467614251180132332011-01-19T12:25:54.933+05:302011-01-19T12:25:54.933+05:30.
मेरे पिता ने कभी किसी की पक्तियाँ सुनायी थीं.
....<br /><br />मेरे पिता ने कभी किसी की पक्तियाँ सुनायी थीं. <br />आज-कल के सन्दर्भ में ... कुछ लोग 'आज' और 'अभी' कहकर छलते हैं तो कभी-कभी 'कल-कल' से कोई किसी को झूठे आश्वासन देकर छलता है. <br /><br /><br />"...... पुलिनों ने सरिता से माँगा आलिंगन. <br />पिय आज़ नहीं, कल-कल कहती सरिता तो बहती चली गयी."<br /><br />.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-1744081176753468172011-01-19T11:55:04.636+05:302011-01-19T11:55:04.636+05:30सुज्ञ जी
क्या करू सभी मुझे कहते है ...सुज्ञ जी<br /><br /> क्या करू सभी मुझे कहते है की आप नकारात्मक ज्यादा सोचती और लिखती है साथ ही निराशावादी भी है | ये दो पंक्ति तो सुन चुकि थी पर पता नहीं था की ये आशावादी संप्रदाय से जुड़ा है पता चलते ही लगा की चलो इसी से ठीक से जुड़ जाती हूँ मै भी कुछ आशावादी बन जाऊ :))anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-39470983849226108952011-01-19T11:33:07.936+05:302011-01-19T11:33:07.936+05:30अंशुमाला जी,
राहुल जी तो पुरातत्त्वज्ञ है, उन्होने...अंशुमाला जी,<br />राहुल जी तो पुरातत्त्वज्ञ है, उन्होनें तो एक पुरा-आशावादी सम्प्रदाय का दृष्टिकोण मात्र रखा था। जिसे अति-आशावादिता भी कह सकते है। आप तो उसी सम्प्रदाय की सदस्य निकली।:))सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-77879707854185219162011-01-19T11:16:18.231+05:302011-01-19T11:16:18.231+05:30मै जो कहना चाह रही थी वो तो राहुल जी ने कह दिया मै...मै जो कहना चाह रही थी वो तो राहुल जी ने कह दिया मै तो उन्ही से सहमत हु | काल करे सो आज कर अब इस पर चलेंगे तो सारी पोस्टे आज ही लिख कर प्रकाशित करनी पड़ेगी, एक साथ इतनी पोस्ट कैसे लिखु, लिख लिया तो पढ़ेगा कौन :)))anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7546054676355588576.post-54136613767906029292011-01-19T10:30:11.685+05:302011-01-19T10:30:11.685+05:30आप की रचना पढ़ कर मुझे अपना एक शेर याद आ गया:--
स...आप की रचना पढ़ कर मुझे अपना एक शेर याद आ गया:--<br /><br />सोच मत, ठान ले , कर गुज़र <br />ज़िन्दगी है बड़ी मुख़्तसर (छोटी)<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.com